सौतेली बेटी इतनी तंग थी कि कभी-कभी वह सोचती थी कि क्या वह कभी अंदर जाएगी, लेकिन एक बार अंदर जाने पर ऐसा महसूस हुआ कि वह
Sauteli beti itni tng thi ki kabhi-kbhi vah sochti thi ki kya vah kabhi andar jaegi, lekin ek bar andar jane par aesa mahsoos huaa ki vah